Na gul na yeh gulistam hamara hai,
Jise poojte hain na woh farishta hamara hai,
Chal pade hain jis manzil ki oar,
Na woh manzil na woh rasta hamara hai.
ना गुल ना यह गुलिस्तां हमारा है ,
जिसे पूजते हैं ना वह फरिश्ता हमारा है ,
चल पड़े हैं जिस मंज़िल की ओर ,
ना वह मंज़िल ना वह रास्ता हमारा है .
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