Betaab se rehte the teri yad me aksr,
Raat bhar nai sote teri yad me aksr,
Jism me dard ka bahana sa bana k hum
took k rote hain teri yaad me aksr
बेताब से रहते थे तेरी याद में अक्सर ,
रात भर नई सोते तेरी याद में अक्सर ,
जिस्म में दर्द का बहन सा बना के हम
टूक के रट हैं तेरी याद में अक्सर
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