Hans Ke Farmaate Hain Woh, Dekh Ke Haalat Meri;
Kyon Tum Aasaan Samajhte The Mohabbat Meri;
Baad Marne Ke Bhi Chhori Na Rafaaqat Meri;
Meri Turbat Se Lagi Baithi Hai Hasrat Meri!
हंस के फरमाते हैं वह , देख के हालत मेरी ;
क्यों तुम आसान समझते थे मोहब्बत मेरी ;
बाद मरने के भी छोरी ना रफ़ाक़त मेरी ;
मेरी तुर्बत से लगी बैठी है हसरत मेरी !
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