एक आदमी अस्पताल में आखिरी सांसें गिन रहा था।
एक नर्स और उसके परिवारवाले उसके बिस्तर के पास खड़े थे।
आदमी अपने बड़े बेटे से बोला: बेटा, तू मेरे मिलेनियम सिटी वाले 15 बंगले ले ले।
बेटी से बोला: बेटी, तू सोनीपत सेक्टर 14 के बंगले ले ले।
छोटे बेटे से बोला: तू सबसे छोटा है और मुझे सबसे ज्यादा प्यारा भी है, इसलिए तुझे मैं ग्रीन पार्क की 20 दुकानें देता हूं।
आखिर में आदमी अपनी पत्नी से बोला: मेरे बाद तुम्हें पैसों के लिए किसी का मुंह न ताकना पड़े, इसलिए डीएलएफ वाले 12 फ्लैट तुम अपने पास रख लो।
पास में खड़ी नर्स यह सब सुनकर आदमी की पत्नी से बोली: आप बहुत भाग्यशाली हैं कि आपको इतने अमीर पति मिले, जो इतनी सारी जायदाद देकर जा रहे हैं।
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आदमी की पत्नी: कौन अमीर? कैसी जायदाद? अरे, ये दूधवाले हैं... हम सबको सुबह-सुबह दूध पहुंचाने की जिम्मेदारियां बांट रहे हैं!!!!
एक नर्स और उसके परिवारवाले उसके बिस्तर के पास खड़े थे।
आदमी अपने बड़े बेटे से बोला: बेटा, तू मेरे मिलेनियम सिटी वाले 15 बंगले ले ले।
बेटी से बोला: बेटी, तू सोनीपत सेक्टर 14 के बंगले ले ले।
छोटे बेटे से बोला: तू सबसे छोटा है और मुझे सबसे ज्यादा प्यारा भी है, इसलिए तुझे मैं ग्रीन पार्क की 20 दुकानें देता हूं।
आखिर में आदमी अपनी पत्नी से बोला: मेरे बाद तुम्हें पैसों के लिए किसी का मुंह न ताकना पड़े, इसलिए डीएलएफ वाले 12 फ्लैट तुम अपने पास रख लो।
पास में खड़ी नर्स यह सब सुनकर आदमी की पत्नी से बोली: आप बहुत भाग्यशाली हैं कि आपको इतने अमीर पति मिले, जो इतनी सारी जायदाद देकर जा रहे हैं।
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आदमी की पत्नी: कौन अमीर? कैसी जायदाद? अरे, ये दूधवाले हैं... हम सबको सुबह-सुबह दूध पहुंचाने की जिम्मेदारियां बांट रहे हैं!!!!
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